Raj Comics में नागराज और Nagraj Ki Kabr का तीसरा और आखिरी भाग Nagraj Ka Badla है. प्रोफेसर नागमणि जिसने नागराज का निर्माण केवल विश्व में आतंकवाद रूपी काला सम्राज्य स्थापित करने के लिये किया है , जो नागराज की असीमित शक्तियों का इस्तेमाल करके संसार में बुराई का पंचम लहराना चाहता है । लेकिन बाबा गुरु गोरखनाथ एक योगी महात्मा जिनकी अद्भुत व अद्वितीय शक्तियां के सामने नागराज घुटने टेक देता है, और बाबा गुरुगोखनाथ अपनी अलौकिक शक्तियों उपयोग से नागराज को मानवता की भलाई की राह दिखा देते है ।
और नागराज निकल पड़ता अपने विश्व आतंकवाद खात्मे के पहले सफर पर, नागराज को तलाश होती है बुलडॉग की, तभी उसकी मुठभेड़ होती है , रोमो से जो एक पेशेवर गुंडा है जो पैसों और शराब की लत के लिये हत्या जैसे जघन्य अपराधों को भी अंजाम देता है। लेकिन नागराज से पराजित होने के बाद, वह नागराज का शागिर्द बन जाता है, और नागराज की बुलडॉग के खिलाफ छेड़ी गयी खूनी जंग में नागराज का साथ देता है. लेकिन नागराज बुलडॉग द्वारा बनायीं खतरनाक योजना का शिकार हो जाता है । और “रोमो” के साथ जमीन में दफन कर दिया जाता है ।
Nagraj Ka Badla में दिखाया है कि इस हादसे में रोमो की मौत हो जाती है लेकिन नागराज अपनी असधारण शक्तियों के बल पे जिंदा रहता है. बुलडॉग के आदेशानुसार बुलडॉग के आदमी नागराज को मृत मान उसके शव को डोंग नदी में बहा देते है, और अपने गैरकानूनी कामों को बेफिक्र होकर अंजाम देने लगते है. लेकिन बुलडॉग और उसका दल दंग रह जाता है जब उन्हें सूचना मिलती है कि नागराज जीवित है.
NAGRAJ KI KABR REVIEW : AIN’T NO GRAVE FOR CRIME FIGHTER
महामंत्री किल्लौल जो कम्पाली राज्य का महामंत्री है, लेकिन कम्पाली राज्य की सत्ता हथियाना चाहता है. इसके साथ ही बुलडॉग के गैरकानूनी कामों में उसका साझीदार भी है । महामंत्री किल्लौल नागराज को मौत के घाट उतारने के लिये सुवांगनी का सहारा लेता है , सुवांगनी जो कि एक विषकन्या है । जिसने अपने सुंदर रूप, छल और तीक्ष्ण विष की मदद से ना जाने कितने मर्दो को यमलोक पहुंचा दिया है , प्राचीन लोक कथाओं एवं वैदिक ग्रंथों के अनुसार पुराने समय में विषकन्या का प्रयोग राजा अपने शत्रु का छलपूर्वक अंत करने के लिए किया करते थे।
Left: Artwork by Author, Right Top: Alternative Cover by Pratap Mulick, Right Bottom: Original Cover by Sanjay Ashtputre
विषकन्या छल से नागराज के प्राण हरने की कोशिश करती है , लेकिन नागराज दुश्मनों की हर शातिर योजना को ध्वस्त कर आगे बढ़ता रहता है , लेकिन इससे पहले की नागराज बुलडॉग और महामंत्री किल्लौल तक पहुंच पाता , वो एक और षडयंत्र रच देते है, क्या नागराज कम्पाली रियासत को बुलडॉग के फैले गैरकानूनी धंधों से निजात दिला पाया , क्या नागराज महामंत्री किल्लौल को बेनकाब करने में सफल रहा , जानने के लिये पढ़िये इस सीरीज का अंतिम और सनसनीखेज भाग Nagraj Ka Badla
Nagraj Ka Badla की कहानी – अपने पिछले दो भागों की तरह शानदार रही है । कहानी के दृश्य बेहद शानदार है, वो दृश्य बेहद शानदार है जब विषकन्या नागराज के जहर को झेल नहीं पाती, और नागराज को पहली बार अहसास होता है की उसके शरीर में कितना घातक जहर है, चित्रांकन क्लासिक चित्रकथाओं की तरह ही शानदार है ।